नुक्कड़ मे जमा लोगो के कान खड़े हो गये ये क्या चक्कर है भाई । दीपक ने जवाब दिया शर्मा जी की पार्टी अल्पसंख्यक सुरक्षा बिल ला रही है उसमे यही प्रावधान है । उस बिल के आ जाने के बाद कोई भी मुसलमान अपनी निजी दुश्मनी को भुनाने के लिये हरिजन एक्ट के जैसे जाकर शिकायत कर सकेगा । केस दर्ज होना तय है और जमानत भी हाईकोर्ट से ही मिल सकेगी । इतना सुनते ही लोग भड़क गये शर्मा जी को घेर लिया हमने बीच बचाव किया कहा भाई तुम लोग ही तो चुन के भेजे हो अब क्यों चिल्ला रहे हो । गुप्ता जी भड़क गये चुन के भेजे मतलब क्या है कुछ भी करेंगे अरे मुसलमान कहना कोई गाली थोड़े ही है जो कोई गिरफ़्तार हो जाये ।
मैने कहा भाई जैसा दीपक बाबू बता रहे हैं वैसा पूरा सच भी नही है । इसमे सिर्फ़ मुसलमान नही भाषायी अल्पसंख्यक भी शिकायत कर सकते हैं कोई बिहारी मुंबई मे शिकायत कर सकता है कि राज ठाकरे ने उसे बिहारी कह अपमानित किया है पीटा है । शर्मा जी भी सफ़ाई देने लगे भाई ये बिल आम आदमी के खिलाफ़ थोड़े ही बना है जो अपराध करेगा उसके खिलाफ़ काम आयेगा । दीपक भाजपाई जोश मे बोले शर्मा बाबू अपराधियो के लिये तो पहले ही तमाम कानून हैं फ़िर इस कानून की जरूरत क्या पड़ी ।
शर्मा जी कहने लगे दंगे रोकने के लिये इस कानून की जरूरत है । इस कानून के आ जाने से अल्पसंख्यको को वैसी ही सुरक्षा मिल सकेगी जैसे आज कानूनन महिला को प्राप्त है । याने संविधान यह मानता है कि महिलाएं प्रतारणा का शिकार हो सकती है इस लिये उनके लिये विशेष प्रावधान हैं । ऐसे ही प्रावधान अल्पसंख्यको के लिये हो जायेंगे । मैने कहा भाई महिला कानून का जितना दुरूपयोग हो रहा है उतना ही अगर इस नये कानून का होने लगेगा तो देश मे कितनी फ़ूट पड़ेगी कितने दंगे हो जायेंगे इस बारे मे भी सोचा है क्या । दीपक भाजपाई बोल उठे इस बिल बनाने के पीछे आपकी नीयत मे खोट है आप लोग मुस्लिम तुष्टीकरण की पुरानी बीमारी के शिकार हो ।
शर्मा जी कलप गये बोले अभी अभी आसिफ़ भाई से झगड़ा कर उठा हूं और आप मुझ पर झूठा आरोप लगा रहे हो । हमने कही सही है शर्मा कांग्रेसी तुष्टीकरण का आरोप आप पर नही लग सकता तुष्टी तो आपको करना नही है खाली लालीपाप दिखाते हो ये बिल भी आप के ताउ संसद मे पास नही करा सकते । ये बात आप जानते हो इसी लिये दुनिया भर के तमाम लच्छेदार प्रावधान भर दिये है । ताकी दीपक भाजपायी चिल्लाते रहें और मुसलमान आपके पास आते रहे ।
शर्मा जी अब तुम लोग कांग्रेस के नाम को बख्श दो भाई कोई नया नाम खोज लो । रहम करो गांधी मौलाना और शास्त्री जी जैसे की आत्मा पर ये लोग आजादी के लिये जेल गये तुम लोग भ्रष्टाचार के लिये जा रहे हो । उन लोगो ने जीवन देश की एकता और धार्मिक सदभाव के लिये काम किया और तुम लोग प्रतिदिन भेदभाव के लिये करते हो । शर्मा जी ये बात याद रखना मर के उपर जाओगे तो तुम्हारी नयी पड़ोसन का पति तो तुमको बाद मे मारेगा पर पहले गांधी की आत्मा जीवन भर के सिद्धांतो को भूल तुम लोगो को मार मार के भुर्ता बना देगी ।
bhaut he sundar, aap ne jo lekha hai
ReplyDeleteसुन्दर तरीका ||
ReplyDeleteवाह बहुत अच्छे ज़नाब!
ReplyDeleteसच को सच कहना ही सबसे बड़ा गुनाह होता है!
उम्दा बेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeleteअल्पसंख्यक तुष्टिकरण पर करार व्यंग्य..
ReplyDeleteमगर उससे ज्यादा कहीं ऐसा न हो ये आक्रोश बैकफायर करदे मैडम और मन्नू भाई को..
आक्रोश और भी किसी रूप में फूटा तो इटली के दूतावास में शरण लेनी पड़ सकती है कुछ खास लोगो को
और अंतिम बात इससे क्या भला होगा अल्पसंख्यक का??
कितनों को समेट लिया ... पर इन मोती चमड़े वाले नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला ... ये बस तुष्टिकरण करेंगे ... अपनी गद्दी बचायेंगे ...
ReplyDeleteबढ़िया चिंतन अरुणेश भाई....
ReplyDeleteतुष्टीकरण की नीति ने इस देश का मटियामेट किया है...
आगे भी इससे यही संभावना है...
सादर...
बहुत साथक चिंतन..
ReplyDeleteहमेशा की तरह श्रेष्ठ व्यंग्य और बेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeletebadhiya chintan ...ke sath badhiya prastuti
ReplyDeleteनेता जाये भाड मे ,लेकिन जनता को अब समझ लेना चाहिये कि हम सब ने इकट्टे ही रहना हे इस लिये इन नेताओ की बातो मे ना आ कर आप्सम मे मिल कर रहे.
ReplyDelete