रामू बाबा का अनशन
बाबा रामू को कहीं से पता चला कि दवे जी नाम के एक फ़ोकट चंद लेखक मुफ़्त में सलाह देते हैं, सो वे हमारे पास चले आये। बाबा से हमने पूछा -"रामू बाबा, ये बताईये कि आप अनशन पर क्यों बैठना चाहते हैं"। रामू बाबा जोश मे आकर बोले हम- "हिंदुस्तान की गरीब जनता को विदेशो से कालाधन मंगवा कर अमीर कर देंगे"। हमने बीच में भाषण रोका - " महाराज मुद्दे की बात करो"। बाबा जी ने धीरे से कहा " मुझे सत्ता सुंदरी से इश्क हो गया है"। हमने सर खुजा कर कहा -"बाबा काम बेहद मुश्किल है और आपकी पिछली गलतियां आपके आड़े हैं। बाबा भड़क गये -"पूज्यनीय साध्वी को मंच पर बैठाने को गलती कहते हो कल्बे सिदीक नजर नही आया"। हमने हाथ जोड़े - जाओ बाबा आगे जाओ , हमारी सलाह आपको नही चाहिये, फ़िर एक बार पिटोगे तब वापस आना"।
बाबा तुरंत नरम पड़ गये- "अच्छा आपकी बात मानूंगा बताईये"। हमने कहा -" तीन बाते हैं, पहला हमारी अप्रूवल के बिना कोई मंच पर न चढ़ेगा"। दूसरे कांग्रेस के साथ भाजपा को भी कोसना है। तीसरे आप अनशन में मौन रहेंगे भारत माता की जय और वंदे मातरम कहने की छूट रहेगी बस।
बाबा चकराये बोले- "भाजपा को गाली दूंगा तो अनशन का खर्चा कौन उठायेगा , और मौन रहूंगा तो जनता क्या सुनेगी और अनशन की शर्ते क्या होगी"। हमने कहा सत्ता सुंदरी चाहिये तो फ़ोकट में नही मिलती और भाजपा को साथ ले लोगे तो लालू किशन सुंदरी पा जायेगा आप हाथ मलते रह जाओगे। बाकी बातें हम पर छोड़ो आप चौदह दिन का अनशन की तैयारी करो बस। बाबा ने कहा उसके बाद सरकार न मानी तो? हमने कहा- श्री श्री 408, और कई भाई जी खाली हैं, सब अपने आप मध्यस्तता के काम मे लग जायेंगे आप वो सब हम पर छोड़ दो।
खैर साहब हमने प्रेस कांफ़्रेंस बुला घोषणा कर दी -" रामू बाबा बीस सितंबर से अनशन पर बैठने वाले हैं, रामलीला में। जब तक सरकार कालाधन वापस नही लायेगी तब तक अनशन नही टूटेगा"। पत्रकारों ने पूछा- "कालाधन वापस कैसे आयेगा", हमने कहा- "सरकार में कांग्रेस है कि रामू बाबा, सरकार व्यवस्था करे"। पत्रकारों ने पूछा - "आप समय क्यों नही दे रहे", हमने कहा- "चौसठ साल क्या कम थे जो और समय चाहिये"। पत्रकारों ने पूछा- "आपने कोई अनुमति ली है कि नही"। हमने कहा- "प्रार्थना पत्र दे दिया है, अब उनकी समस्या है, सरकार में हिम्मत हो तो अनुमति न दे, रामू बाबा सहर्ष कलमाड़ी के साथ तिहाड़ जेल में रहेंगे। बाबा आज से मौन व्रत ले चुके हैं और हां बाबा सरकार की ओर से कपिल सिब्बल, दिग्विजय सिंग, मनीष तिवारी और चिदंबरंम के अलावा किसी से बात नही करेंगे"।
प्रेस कांफ़्रेंस खत्म होने के बाद बाबा हम पर झपट पड़े - "पगला गये हो क्या तिहाड़ भेजोगे और जिन लोगो का नाम ले रहे हो वो तो हम को ढोंगी, पाखंडी कहते हैं" । हमने मुस्कुरा कर कहा- "प्यारे बाबा चिंता मत करो, ये लोग ही आपके सच्चे प्रचारक बनेंगे, इनका एक एक शब्द आपके साथ लाखों लोगो को जोड़ देगा और सरकार का दिमाग नही खराब हो गया कि तिहाड़ भेज फ़िर अन्ना वाली गलती दोहराए।
बीस सितंबर सुबह ग्यारह बजे -
बाबा रामू को ले हम सकुशल रामलीला मैदान पहुंच गये, वहां टैंट आदि की व्यवस्था न देख बाबा चकराये बोले- "अरे सिर्फ़ माईक और भोपूं लगा है, हम खुले में बैठेंगे", हमने तुरंत उनको मौन व्रत की याद दिलाई, मन मसोस कर बाबा मंच पर जाकर बैठ गये, हमने वंदे मातरम का गीत बजवा दिया। उसके बाद मंच पर चढ़ बाबा के अनशन शुरू होने की घोषणा कर दी। ज्यादा लोग नही थे दो सौ के करीब मीडिया वाले हजार पुलिस कर्मी ड्रेस मे और इतने ही सादे कपड़ों में, हजार करीब तमाशायी भी थे और इतने ही भारत का झंडा लिये बाबा समर्थक। शाम होते होते सैर सपाटे पर निकलने वाले लोग भी जमा होने लगे। हमने मंच से घोषणा करी, कल सुबह बाबा युवतियों को चिरयौवना रहने का अद्भुत और गुप्त योग सिखायेंगे। रात होने पर बाबा धीरे से बोले दवे जी हमारा मन घबरा रहा है हमने कहा कल कहना कुछ नही है बस थोड़ा कठिन वाले स्टेप्स सिखा देना इशारों इशारों मे। बाकी हम देख लेंगे बाबा बोले पंडाल और बाकी व्यवस्था हमने कहा उसका इंतजाम हो गया है सरकार कल सुबह से भिड़ जायेगी।
21 सितंबर सुबह
अगली दिन अखबारों मे हेड लाईन(पेड न्यूज)
"एक संत खुले मे ठंड और गर्मी बरसात झेलता भारत माता की सेवा मे अनशन कर रहा है"
बाजू मे अमूल बेबी का दूसरे मामले मे रियेक्शन छपा- "मुझे खुद को भारतीय कहने मे शर्म आती है"। टीवी चैनलों को मसाला मिल गया लोगों से सवाल पूछे जाने लगे, खुले मे खड़ी हजारों नवयुवतियों, उनको लेने छोड़ने आये अंगरक्षकों और ताड़ने आये मनचलो का रेलमपेल मचा हुआ था। लोग वाकई क्रोध में नजर आ रहे थे, कुछ स्वयंसेवक बन मैदान की सफ़ाई भी कर रहे थे।
तभी आनन फ़ानन में पहुंचे सैकड़ो कर्मियों मशीनो से माहौल गुंजायमान हो गया, आनन फ़ानन मे टैंट तनने लगे दरियां बिछने लगी। हमने मंच से घोषणा की- "बाबा की मातांओ बहनों, योग कल होगा
22 सितंबर सुबह
अखबारों मे हेड लाईन(पेड न्यूस)
अनशन का दूसरा दिन हजारो की भीड जमा बाबा बिना कालाधन वापस लाये अनशन न तोड़ेंगे
आज पिछले दिन की अपेक्षा ज्यादा रेलमपेल था, सरकार से दुखी लोगो का जमावड़ा लग रहा था। बाहर से लोग आने शुरू सरकार के पंडाल मे भारत माता का चित्र लगा, बाबा की योग क्लास भी चालू . मनीष तिवारी ने आरोप लगाया करोड़ो रूपये कमाने वाला बाबा, पंडाल का बिल सरकार से भरवा रहा है। हमारा जवाब - " सरकार को एक एक पाई चुका दी जायेगी।
अखिल भारतीय साधु सभा, विभिन्न आटो टैक्सी चालक संघ और दो शहरों का हमाल संघ बाबा के समर्थन मे आया
हमने मंच से घोषणा करी बाबा का मत है कि हिंदू मुस्लिम भाई भाई हैं और दोनो को साथ मे हिल मिल कर रहना चाहिये और साथ मिलकर इस सत्ता को उखाड़ फ़ेंकना चाहिये
रात मे बाबा फ़िर झपट पड़े बोले आपने अल्पसंख्यकों का आव्हान कर बहुसंख्यक हिंदुओ को हम से दूर कर दिया। हमने कहा बाबा सटको मत हमने केवल कुछ लाख अल्पसंख्यकों को दूर भगाने का प्रयास किया है हमने समझाया देश में मुस्लिम नहीं बल्कि धर्मांधता से ग्रसित दोनो धर्मो के महज कुछ लाख लोग अल्पसंख्यक हैं। शेष भारतीय़ हिंदु, मुसलमान सब प्रेम से ही रहना चाहते हैं। बाबा की रेंज से बात बाहर की थी भुनभुनाते सोने चले गये
23 सितंबर
अखबारों मे हेड लाईन(सरकारी न्यूज)
बाबा के आश्रमो मे भारी घपला बाबा का सहयोगी कालकॄष्ण नेपाली पासपोर्ट फ़र्जी डिग्री जाली
हमने वकतव्य जारी किया - " बाबा सरकार को धन्यवाद देते हैं कि उसने गड़बड़ियों को पकड़ा, बाबा देश सेवा में इतने व्यस्त रहते हैं कि आश्रम को समय ही नही दे पाते। सरकार से अनुरोध है कि सभी गड़बड़ियों को पकड़ दोषियों को जेल भेज, बाबा के आश्रम को साफ़ करे। कालकॄष्ण अगर दोषी हैं तो उन्हे जेल भेजे ऐसे धोखेबाज को छोड़ना नही चाहिये पर बिना आरोप साबित हुये अभी बाबा कालकॄष्ण को मौका देना चाहते हैं कि वे स्थिती स्पष्ट करे।
जड़ी बूटी विक्रेता संघ, रिक्शा चालक संघ और फ़ल विक्रेता संघ का बाबा को समर्थन, फ़िल्म जगत से आमिर खान समर्थन में, शाहरूख खान ने बाबा के अनशन के तरीके पर विरोध जताया
क्रमशः- आगे की घटनाओं के लिये
बाबा रामू को कहीं से पता चला कि दवे जी नाम के एक फ़ोकट चंद लेखक मुफ़्त में सलाह देते हैं, सो वे हमारे पास चले आये। बाबा से हमने पूछा -"रामू बाबा, ये बताईये कि आप अनशन पर क्यों बैठना चाहते हैं"। रामू बाबा जोश मे आकर बोले हम- "हिंदुस्तान की गरीब जनता को विदेशो से कालाधन मंगवा कर अमीर कर देंगे"। हमने बीच में भाषण रोका - " महाराज मुद्दे की बात करो"। बाबा जी ने धीरे से कहा " मुझे सत्ता सुंदरी से इश्क हो गया है"। हमने सर खुजा कर कहा -"बाबा काम बेहद मुश्किल है और आपकी पिछली गलतियां आपके आड़े हैं। बाबा भड़क गये -"पूज्यनीय साध्वी को मंच पर बैठाने को गलती कहते हो कल्बे सिदीक नजर नही आया"। हमने हाथ जोड़े - जाओ बाबा आगे जाओ , हमारी सलाह आपको नही चाहिये, फ़िर एक बार पिटोगे तब वापस आना"।
बाबा तुरंत नरम पड़ गये- "अच्छा आपकी बात मानूंगा बताईये"। हमने कहा -" तीन बाते हैं, पहला हमारी अप्रूवल के बिना कोई मंच पर न चढ़ेगा"। दूसरे कांग्रेस के साथ भाजपा को भी कोसना है। तीसरे आप अनशन में मौन रहेंगे भारत माता की जय और वंदे मातरम कहने की छूट रहेगी बस।
बाबा चकराये बोले- "भाजपा को गाली दूंगा तो अनशन का खर्चा कौन उठायेगा , और मौन रहूंगा तो जनता क्या सुनेगी और अनशन की शर्ते क्या होगी"। हमने कहा सत्ता सुंदरी चाहिये तो फ़ोकट में नही मिलती और भाजपा को साथ ले लोगे तो लालू किशन सुंदरी पा जायेगा आप हाथ मलते रह जाओगे। बाकी बातें हम पर छोड़ो आप चौदह दिन का अनशन की तैयारी करो बस। बाबा ने कहा उसके बाद सरकार न मानी तो? हमने कहा- श्री श्री 408, और कई भाई जी खाली हैं, सब अपने आप मध्यस्तता के काम मे लग जायेंगे आप वो सब हम पर छोड़ दो।
खैर साहब हमने प्रेस कांफ़्रेंस बुला घोषणा कर दी -" रामू बाबा बीस सितंबर से अनशन पर बैठने वाले हैं, रामलीला में। जब तक सरकार कालाधन वापस नही लायेगी तब तक अनशन नही टूटेगा"। पत्रकारों ने पूछा- "कालाधन वापस कैसे आयेगा", हमने कहा- "सरकार में कांग्रेस है कि रामू बाबा, सरकार व्यवस्था करे"। पत्रकारों ने पूछा - "आप समय क्यों नही दे रहे", हमने कहा- "चौसठ साल क्या कम थे जो और समय चाहिये"। पत्रकारों ने पूछा- "आपने कोई अनुमति ली है कि नही"। हमने कहा- "प्रार्थना पत्र दे दिया है, अब उनकी समस्या है, सरकार में हिम्मत हो तो अनुमति न दे, रामू बाबा सहर्ष कलमाड़ी के साथ तिहाड़ जेल में रहेंगे। बाबा आज से मौन व्रत ले चुके हैं और हां बाबा सरकार की ओर से कपिल सिब्बल, दिग्विजय सिंग, मनीष तिवारी और चिदंबरंम के अलावा किसी से बात नही करेंगे"।
प्रेस कांफ़्रेंस खत्म होने के बाद बाबा हम पर झपट पड़े - "पगला गये हो क्या तिहाड़ भेजोगे और जिन लोगो का नाम ले रहे हो वो तो हम को ढोंगी, पाखंडी कहते हैं" । हमने मुस्कुरा कर कहा- "प्यारे बाबा चिंता मत करो, ये लोग ही आपके सच्चे प्रचारक बनेंगे, इनका एक एक शब्द आपके साथ लाखों लोगो को जोड़ देगा और सरकार का दिमाग नही खराब हो गया कि तिहाड़ भेज फ़िर अन्ना वाली गलती दोहराए।
बीस सितंबर सुबह ग्यारह बजे -
बाबा रामू को ले हम सकुशल रामलीला मैदान पहुंच गये, वहां टैंट आदि की व्यवस्था न देख बाबा चकराये बोले- "अरे सिर्फ़ माईक और भोपूं लगा है, हम खुले में बैठेंगे", हमने तुरंत उनको मौन व्रत की याद दिलाई, मन मसोस कर बाबा मंच पर जाकर बैठ गये, हमने वंदे मातरम का गीत बजवा दिया। उसके बाद मंच पर चढ़ बाबा के अनशन शुरू होने की घोषणा कर दी। ज्यादा लोग नही थे दो सौ के करीब मीडिया वाले हजार पुलिस कर्मी ड्रेस मे और इतने ही सादे कपड़ों में, हजार करीब तमाशायी भी थे और इतने ही भारत का झंडा लिये बाबा समर्थक। शाम होते होते सैर सपाटे पर निकलने वाले लोग भी जमा होने लगे। हमने मंच से घोषणा करी, कल सुबह बाबा युवतियों को चिरयौवना रहने का अद्भुत और गुप्त योग सिखायेंगे। रात होने पर बाबा धीरे से बोले दवे जी हमारा मन घबरा रहा है हमने कहा कल कहना कुछ नही है बस थोड़ा कठिन वाले स्टेप्स सिखा देना इशारों इशारों मे। बाकी हम देख लेंगे बाबा बोले पंडाल और बाकी व्यवस्था हमने कहा उसका इंतजाम हो गया है सरकार कल सुबह से भिड़ जायेगी।
21 सितंबर सुबह
अगली दिन अखबारों मे हेड लाईन(पेड न्यूज)
"एक संत खुले मे ठंड और गर्मी बरसात झेलता भारत माता की सेवा मे अनशन कर रहा है"
बाजू मे अमूल बेबी का दूसरे मामले मे रियेक्शन छपा- "मुझे खुद को भारतीय कहने मे शर्म आती है"। टीवी चैनलों को मसाला मिल गया लोगों से सवाल पूछे जाने लगे, खुले मे खड़ी हजारों नवयुवतियों, उनको लेने छोड़ने आये अंगरक्षकों और ताड़ने आये मनचलो का रेलमपेल मचा हुआ था। लोग वाकई क्रोध में नजर आ रहे थे, कुछ स्वयंसेवक बन मैदान की सफ़ाई भी कर रहे थे।
तभी आनन फ़ानन में पहुंचे सैकड़ो कर्मियों मशीनो से माहौल गुंजायमान हो गया, आनन फ़ानन मे टैंट तनने लगे दरियां बिछने लगी। हमने मंच से घोषणा की- "बाबा की मातांओ बहनों, योग कल होगा
22 सितंबर सुबह
अखबारों मे हेड लाईन(पेड न्यूस)
अनशन का दूसरा दिन हजारो की भीड जमा बाबा बिना कालाधन वापस लाये अनशन न तोड़ेंगे
आज पिछले दिन की अपेक्षा ज्यादा रेलमपेल था, सरकार से दुखी लोगो का जमावड़ा लग रहा था। बाहर से लोग आने शुरू सरकार के पंडाल मे भारत माता का चित्र लगा, बाबा की योग क्लास भी चालू . मनीष तिवारी ने आरोप लगाया करोड़ो रूपये कमाने वाला बाबा, पंडाल का बिल सरकार से भरवा रहा है। हमारा जवाब - " सरकार को एक एक पाई चुका दी जायेगी।
अखिल भारतीय साधु सभा, विभिन्न आटो टैक्सी चालक संघ और दो शहरों का हमाल संघ बाबा के समर्थन मे आया
हमने मंच से घोषणा करी बाबा का मत है कि हिंदू मुस्लिम भाई भाई हैं और दोनो को साथ मे हिल मिल कर रहना चाहिये और साथ मिलकर इस सत्ता को उखाड़ फ़ेंकना चाहिये
रात मे बाबा फ़िर झपट पड़े बोले आपने अल्पसंख्यकों का आव्हान कर बहुसंख्यक हिंदुओ को हम से दूर कर दिया। हमने कहा बाबा सटको मत हमने केवल कुछ लाख अल्पसंख्यकों को दूर भगाने का प्रयास किया है हमने समझाया देश में मुस्लिम नहीं बल्कि धर्मांधता से ग्रसित दोनो धर्मो के महज कुछ लाख लोग अल्पसंख्यक हैं। शेष भारतीय़ हिंदु, मुसलमान सब प्रेम से ही रहना चाहते हैं। बाबा की रेंज से बात बाहर की थी भुनभुनाते सोने चले गये
23 सितंबर
अखबारों मे हेड लाईन(सरकारी न्यूज)
बाबा के आश्रमो मे भारी घपला बाबा का सहयोगी कालकॄष्ण नेपाली पासपोर्ट फ़र्जी डिग्री जाली
हमने वकतव्य जारी किया - " बाबा सरकार को धन्यवाद देते हैं कि उसने गड़बड़ियों को पकड़ा, बाबा देश सेवा में इतने व्यस्त रहते हैं कि आश्रम को समय ही नही दे पाते। सरकार से अनुरोध है कि सभी गड़बड़ियों को पकड़ दोषियों को जेल भेज, बाबा के आश्रम को साफ़ करे। कालकॄष्ण अगर दोषी हैं तो उन्हे जेल भेजे ऐसे धोखेबाज को छोड़ना नही चाहिये पर बिना आरोप साबित हुये अभी बाबा कालकॄष्ण को मौका देना चाहते हैं कि वे स्थिती स्पष्ट करे।
जड़ी बूटी विक्रेता संघ, रिक्शा चालक संघ और फ़ल विक्रेता संघ का बाबा को समर्थन, फ़िल्म जगत से आमिर खान समर्थन में, शाहरूख खान ने बाबा के अनशन के तरीके पर विरोध जताया
क्रमशः- आगे की घटनाओं के लिये