इससे पहले की घटनाओं के लिये - रामू बाबा का अनशन
गतांक से आगे
24 सितंबर
अखबारों मे हेड लाईन(सरकारी न्यूज)
प्रधानमंत्री ने कहा- " हमारे पास कोई जादू की छड़ी नही है"
हमने वकतव्य जारी किया - " सरकार निकम्मी है। जादू की छड़ी नही है तो क्या कानून का मोटा डंडा तो है । सरकार कालाधन वापस लाना ही नहीं चाहती।"
बाबा के स्वास्थ पर निजी डाक्टरों की कड़ी नजर, श्रीश्री 408 कविशंकर ने बाबा से मुलाकात की,
कपिल सिब्बल ने प्रेस कांफ़्रेंस मे कहा -"बाबा रामू हवा में बात कर रहे हैं, कालाधन वापस लाना इतना आसान था तो एनडीए अपने शासनकाल में क्यों नहीं वापस लाई, भाजपा जब जब सत्ता से दूर जाती है उसको कालेधन की याद सताती है।" बाजू बैठे दिग्विजय सिंग ने कहा -" ये बाबा रामू भाजपा का एजेंट है, और कालाधन वापस लाने के नाम मे पाखंड कर रहा है"।
पत्रकारों का बाबा पर खुद जवाब देने का भारी दबाव, बाबा के मौन रहने पर हमारी प्रेस कांफ़्रेंस का बहिष्कार। सुब्रमणियम स्वामी और दीनबंधु गुप्ता ने काले धन के बारे चौकानें वाले खुलासे किया। स्वामी का दावा गांधी परिवार के पास चालीस हजार करोड़ का कालाधन है।
रामलीला मैदान पर भीड़ बढ़ी, शीशगंज गुरूद्वारा कमेटी ने आंदोलनकारियों के लिये लंगर शुरू किया, दिल्ली चैंबर आफ़ कामर्स ने समर्थन का ऐलान किया( पहले तैयार नही थे, हमने समझाया कालाधन वापस आयेगा तो आपकी बिक्री दुगुनी हो जायेगी )
25 सितंबर
अगली दिन अखबारों मे हेड लाईन(पेड न्यूज)
कांग्रेस और भाजपा दोनो का कालाधन विदेश मे जमां है - बाबा रामू
अखबार पढ़ते ही कुम्हलाये बाबा खलबला गये- "ये क्या कर दिया दवे जी अब तो भाजपा भी साथ नही देगी". हमने मौनव्रत की याद दिलायी ।
सुबह दस बजे
धमाका आरोप से हड़बड़ाये पत्रकार बिना बुलाये प्रेस कांफ़्रेस के लिये पहुंच गये। पत्रकारों ने पूछा-"किस आधार पर आपने यह आरोप लगाये हैं", हमारा जवाब -" दोनो एक ही थैली के चट्टेबट्टे हैं कंबल ओढ़ खीर खाते है और हमें बहलाने के लिये एक दूसरे पर आरोप लगाते हैं, अगर भाजपा गंभीर होती तो अपने शासनकाल में प्रयास करती, चलो उस समय नही किया कम से कम आज जब एक राष्ट्रीय संत आमरण अनशन पर बैठ गया है, तो संसद में मामला उठाती सरकार से जवाब तलब करती"।
सुबह ग्यारह बजे
संसद की कार्यवाही ठप विपक्ष ने बाबा के समर्थन मे हंगामा कर दिया, बिना ठोस कदम उठाये संसद की कार्यवाही न चलने देंगे।
शाम को पांच बजे
भाजपा ने बाबा का समर्थन किया, लेफ़्ट भी बाबा के साथ, सरकार पर दबाव
रात ग्यारह बजे भईया जी महाराज पहुंचे पूछा क्या करने से बाबा अनशन तोड़ेंगे हमने जवाब दिया कालाधन वापस आने से, भईया जी निराश होकर लौटे
26 सितंबर
अखबारों मे हेड लाईन(सरकारी न्यूज)
"कालाधन एक महिने मे वापस नही आ सकता, बाबा यथार्थ को समझें" - कांग्रेस पार्टी
अमेरिका नें (कांग्रेस के दबाव मे आकर) भारत सरकार से अपील की, बाबा रामू के आंदोलन पर नरमी बरती जाये। सरकार ने बाबा के बाहरी ताकतो के हांथो में खेलने का आरोप लगाया।
हमारा जवाब - बाबा रामू कालाधन वापस लाने के लिये यमराज के हाथों खेल रहें हैं। ये सरकार उटपटांग आरोप लगाने के बदले भारत के करोड़ॊं गरीब जो एक समय खाकर जी रहे हैं उनकी भलाई के लिये कालाधन वापस लाने के बारे मे सोचे।
रामलीला मैदान में दसियों हजार लोग जुटे, देश भर में बाबा के समर्थन में रैली निकाली गयी, संसद की कार्यवाही दूसरे दिन भी ठप
सरकार ने समझौते के लिये दबाव बढ़ाया, दूसरी तरफ़ मनीष तिवारी, दिग्विजय सिंग का बाबा पर हमला जारी बाबा पर सिर से लेकर कमर तक भ्रष्ट होने का आरोप।
शाम को सरकार का बयान -" बाबा की मांग सही है पर इसे समयबद्ध तरीके से करना संभव नही, कितना समय लगेगा यह स्विट्जरलैंड सरकार पर निर्भर करता है"।
27 सितंबर
बाबा रामू सुबह ही नियंत्रण से बाहर- "अब मै और भूखा नही रह सकता मुझे अनशन तोड़ना है"। लाख समझाने पर भी बाबा रामू मानने को तैयार नहीं, हमने हाथ पैर जोड़े बाबा शाम तक समय काट लो, हमने उपाय किया शाम तक बाबा के सामने टीवी लगा दिया और उसमे सत्ता सुंदरी का जलवा उठाते प्रधानमंत्री के वीडियो लगाये लाल किले से भाषण, परेड , गार्ड आफ़ आनर आदि मसाला जुगाड़ बाबा से शाम तक संयम रखने की अपीळ की। बाबा शाम सात बजे तक अनशन को तैयार उसके बाद एक मिनट भी नही
ताबड़ तोड़ हमने भाईजी महाराज और श्रीश्री 408 को बुलवाया, शर्त रखी कि यदी सरकार, तीन महिने के अंदर कालाधन वापस लाने की बात लिखित मे कबूल ले तो बाबा अनशन तोड़ देंगे। सरकारी खेमे में हलचल बढ़ गयी जासूसों ने खबर दी, बाबा अब और भूखे नही रह सकते। सरकार का शर्तें मानने से इन्कार।
हमें इसका अनुमान पहले से था। डाक्टरों की घोषणा, बाबा के यूरिन में कीटोन की मात्रा अत्यधिक बढ़ गयी है, बाबा की जान को खतरा, भाजपा को खबर दी गई कि बाबा ने आखिरी बयान रिकार्ड किया है आपकी पार्टी कॊ भी को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। हमारी चेतावनी गौ हत्या तो काशी मे माफ़ हो जाती है, बाबा हत्या को जनता कभी माफ़ नही करेगी।
भाजपा का बयान - अगर बाबा को कुछ होता है तो देश के हालात बेकाबू हो जायेंगे, कांग्रेस इसकी जिम्मेदार होगी। सुषमा स्वराज, आडवानी, जेटली प्रधानमंत्री निवास पर पहुंचे, रामलीला मैदान मे अपार भीड़ जमा, हमारी घोषणा किसी भी प्रकार से अहिंसा न छोड़े , रघुपति राघव वाला भजन शुरू ।
शाम पांच बजे
सरकार का संदेश सरकार आश्वासन देने को तैयार पर लिखित में नही, घोषणा का मसौदा आया उसमें केवल प्रयास करने का जिक्र था। हमने मसौदा नामंजूर कर दिया, हमारी मांग- "स्पष्ट होना चाहिये कि सरकार लायेगी या नही", जेटली और प्रणव मुखर्जी की बैठक । सरकार ने नया मसौदा भेजा तीन महिने के अंदर कालाधन वापस लाने का गंभीर प्रयास किया जायेगा।
इतना मसौदा ले हमने पूछा बाबा किससे अनशन तुड़वायेंगे । बाबा ने जवाब न दिया, हमने बाते फ़िर दोहरायीं बाबा बोले कौन गधा अनशन तोड़ने की बात सोच रहा है। हम तो इस सत्ता सुंदरी के और भी दीवाने हो गये हैं अब जब तक यह न मिले हम अनशन नही तोड़ेंगे।
हमने फ़ोन कर जूस ले रवाना हो चुके मंत्री को लौटाया, मंच पर पहुंच घोषणा की बाबा ने अपने योग की चमत्कारिक शक्ति से शरीर को पुनः स्वस्थ कर लिया है। भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों के बीव हमने कहा बाबा कालाधन वापस आये बिना अनशन नही तोड़ेंगे। और यदि कोई भी बाबा को यहां से हटाने की कोशिश करे तो देशभर में सांसदो के घरों का घेराव कर दीजियेगा, फ़िलहाल सभी को राहुल बाबा के घर का घेराव करना चाहिये ।
मंच से नीचे उतरते ही कपिल सिब्बल साहब का फ़ोन आया- "फ़िर बाबा अपने वायदे से मुकर गये हैं," हमने उनको याद दिलाई कि अब बाबा के सलाहकार कालकॄष्ण नही दवे जी हैं और हमने कहीं साईन नही किया है हां यदि रात के समय पिछली बार जैसे हमला करवा दें तो बड़ी कृपा होगी, देशवासी आपके इस कदम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
क्रमशः
गतांक से आगे
24 सितंबर
अखबारों मे हेड लाईन(सरकारी न्यूज)
प्रधानमंत्री ने कहा- " हमारे पास कोई जादू की छड़ी नही है"
हमने वकतव्य जारी किया - " सरकार निकम्मी है। जादू की छड़ी नही है तो क्या कानून का मोटा डंडा तो है । सरकार कालाधन वापस लाना ही नहीं चाहती।"
बाबा के स्वास्थ पर निजी डाक्टरों की कड़ी नजर, श्रीश्री 408 कविशंकर ने बाबा से मुलाकात की,
कपिल सिब्बल ने प्रेस कांफ़्रेंस मे कहा -"बाबा रामू हवा में बात कर रहे हैं, कालाधन वापस लाना इतना आसान था तो एनडीए अपने शासनकाल में क्यों नहीं वापस लाई, भाजपा जब जब सत्ता से दूर जाती है उसको कालेधन की याद सताती है।" बाजू बैठे दिग्विजय सिंग ने कहा -" ये बाबा रामू भाजपा का एजेंट है, और कालाधन वापस लाने के नाम मे पाखंड कर रहा है"।
पत्रकारों का बाबा पर खुद जवाब देने का भारी दबाव, बाबा के मौन रहने पर हमारी प्रेस कांफ़्रेंस का बहिष्कार। सुब्रमणियम स्वामी और दीनबंधु गुप्ता ने काले धन के बारे चौकानें वाले खुलासे किया। स्वामी का दावा गांधी परिवार के पास चालीस हजार करोड़ का कालाधन है।
रामलीला मैदान पर भीड़ बढ़ी, शीशगंज गुरूद्वारा कमेटी ने आंदोलनकारियों के लिये लंगर शुरू किया, दिल्ली चैंबर आफ़ कामर्स ने समर्थन का ऐलान किया( पहले तैयार नही थे, हमने समझाया कालाधन वापस आयेगा तो आपकी बिक्री दुगुनी हो जायेगी )
25 सितंबर
अगली दिन अखबारों मे हेड लाईन(पेड न्यूज)
कांग्रेस और भाजपा दोनो का कालाधन विदेश मे जमां है - बाबा रामू
अखबार पढ़ते ही कुम्हलाये बाबा खलबला गये- "ये क्या कर दिया दवे जी अब तो भाजपा भी साथ नही देगी". हमने मौनव्रत की याद दिलायी ।
सुबह दस बजे
धमाका आरोप से हड़बड़ाये पत्रकार बिना बुलाये प्रेस कांफ़्रेस के लिये पहुंच गये। पत्रकारों ने पूछा-"किस आधार पर आपने यह आरोप लगाये हैं", हमारा जवाब -" दोनो एक ही थैली के चट्टेबट्टे हैं कंबल ओढ़ खीर खाते है और हमें बहलाने के लिये एक दूसरे पर आरोप लगाते हैं, अगर भाजपा गंभीर होती तो अपने शासनकाल में प्रयास करती, चलो उस समय नही किया कम से कम आज जब एक राष्ट्रीय संत आमरण अनशन पर बैठ गया है, तो संसद में मामला उठाती सरकार से जवाब तलब करती"।
सुबह ग्यारह बजे
संसद की कार्यवाही ठप विपक्ष ने बाबा के समर्थन मे हंगामा कर दिया, बिना ठोस कदम उठाये संसद की कार्यवाही न चलने देंगे।
शाम को पांच बजे
भाजपा ने बाबा का समर्थन किया, लेफ़्ट भी बाबा के साथ, सरकार पर दबाव
रात ग्यारह बजे भईया जी महाराज पहुंचे पूछा क्या करने से बाबा अनशन तोड़ेंगे हमने जवाब दिया कालाधन वापस आने से, भईया जी निराश होकर लौटे
26 सितंबर
अखबारों मे हेड लाईन(सरकारी न्यूज)
"कालाधन एक महिने मे वापस नही आ सकता, बाबा यथार्थ को समझें" - कांग्रेस पार्टी
अमेरिका नें (कांग्रेस के दबाव मे आकर) भारत सरकार से अपील की, बाबा रामू के आंदोलन पर नरमी बरती जाये। सरकार ने बाबा के बाहरी ताकतो के हांथो में खेलने का आरोप लगाया।
हमारा जवाब - बाबा रामू कालाधन वापस लाने के लिये यमराज के हाथों खेल रहें हैं। ये सरकार उटपटांग आरोप लगाने के बदले भारत के करोड़ॊं गरीब जो एक समय खाकर जी रहे हैं उनकी भलाई के लिये कालाधन वापस लाने के बारे मे सोचे।
रामलीला मैदान में दसियों हजार लोग जुटे, देश भर में बाबा के समर्थन में रैली निकाली गयी, संसद की कार्यवाही दूसरे दिन भी ठप
सरकार ने समझौते के लिये दबाव बढ़ाया, दूसरी तरफ़ मनीष तिवारी, दिग्विजय सिंग का बाबा पर हमला जारी बाबा पर सिर से लेकर कमर तक भ्रष्ट होने का आरोप।
शाम को सरकार का बयान -" बाबा की मांग सही है पर इसे समयबद्ध तरीके से करना संभव नही, कितना समय लगेगा यह स्विट्जरलैंड सरकार पर निर्भर करता है"।
27 सितंबर
बाबा रामू सुबह ही नियंत्रण से बाहर- "अब मै और भूखा नही रह सकता मुझे अनशन तोड़ना है"। लाख समझाने पर भी बाबा रामू मानने को तैयार नहीं, हमने हाथ पैर जोड़े बाबा शाम तक समय काट लो, हमने उपाय किया शाम तक बाबा के सामने टीवी लगा दिया और उसमे सत्ता सुंदरी का जलवा उठाते प्रधानमंत्री के वीडियो लगाये लाल किले से भाषण, परेड , गार्ड आफ़ आनर आदि मसाला जुगाड़ बाबा से शाम तक संयम रखने की अपीळ की। बाबा शाम सात बजे तक अनशन को तैयार उसके बाद एक मिनट भी नही
ताबड़ तोड़ हमने भाईजी महाराज और श्रीश्री 408 को बुलवाया, शर्त रखी कि यदी सरकार, तीन महिने के अंदर कालाधन वापस लाने की बात लिखित मे कबूल ले तो बाबा अनशन तोड़ देंगे। सरकारी खेमे में हलचल बढ़ गयी जासूसों ने खबर दी, बाबा अब और भूखे नही रह सकते। सरकार का शर्तें मानने से इन्कार।
हमें इसका अनुमान पहले से था। डाक्टरों की घोषणा, बाबा के यूरिन में कीटोन की मात्रा अत्यधिक बढ़ गयी है, बाबा की जान को खतरा, भाजपा को खबर दी गई कि बाबा ने आखिरी बयान रिकार्ड किया है आपकी पार्टी कॊ भी को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। हमारी चेतावनी गौ हत्या तो काशी मे माफ़ हो जाती है, बाबा हत्या को जनता कभी माफ़ नही करेगी।
भाजपा का बयान - अगर बाबा को कुछ होता है तो देश के हालात बेकाबू हो जायेंगे, कांग्रेस इसकी जिम्मेदार होगी। सुषमा स्वराज, आडवानी, जेटली प्रधानमंत्री निवास पर पहुंचे, रामलीला मैदान मे अपार भीड़ जमा, हमारी घोषणा किसी भी प्रकार से अहिंसा न छोड़े , रघुपति राघव वाला भजन शुरू ।
शाम पांच बजे
सरकार का संदेश सरकार आश्वासन देने को तैयार पर लिखित में नही, घोषणा का मसौदा आया उसमें केवल प्रयास करने का जिक्र था। हमने मसौदा नामंजूर कर दिया, हमारी मांग- "स्पष्ट होना चाहिये कि सरकार लायेगी या नही", जेटली और प्रणव मुखर्जी की बैठक । सरकार ने नया मसौदा भेजा तीन महिने के अंदर कालाधन वापस लाने का गंभीर प्रयास किया जायेगा।
इतना मसौदा ले हमने पूछा बाबा किससे अनशन तुड़वायेंगे । बाबा ने जवाब न दिया, हमने बाते फ़िर दोहरायीं बाबा बोले कौन गधा अनशन तोड़ने की बात सोच रहा है। हम तो इस सत्ता सुंदरी के और भी दीवाने हो गये हैं अब जब तक यह न मिले हम अनशन नही तोड़ेंगे।
हमने फ़ोन कर जूस ले रवाना हो चुके मंत्री को लौटाया, मंच पर पहुंच घोषणा की बाबा ने अपने योग की चमत्कारिक शक्ति से शरीर को पुनः स्वस्थ कर लिया है। भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों के बीव हमने कहा बाबा कालाधन वापस आये बिना अनशन नही तोड़ेंगे। और यदि कोई भी बाबा को यहां से हटाने की कोशिश करे तो देशभर में सांसदो के घरों का घेराव कर दीजियेगा, फ़िलहाल सभी को राहुल बाबा के घर का घेराव करना चाहिये ।
मंच से नीचे उतरते ही कपिल सिब्बल साहब का फ़ोन आया- "फ़िर बाबा अपने वायदे से मुकर गये हैं," हमने उनको याद दिलाई कि अब बाबा के सलाहकार कालकॄष्ण नही दवे जी हैं और हमने कहीं साईन नही किया है हां यदि रात के समय पिछली बार जैसे हमला करवा दें तो बड़ी कृपा होगी, देशवासी आपके इस कदम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
क्रमशः
जारी रखिये..
ReplyDeleteआप हमारे निरीक्षण में हैं, राहुल बाबा का नाम होशियारी से लें! तमिलनाडु में आपके बाबा का प्रभाव नहीं है इसलिए मेरी आपसे कोई व्यक्तिगत नहीं है, फिर भी यदि कोई कांग्रेसी सांसद बाबा को माथा टेकने जाय तो उसका मंच से मज़ाक न उड़ाया जाय; महिला रिपोर्टरों को चीढाने और छेड़ने की पूरी आजादी है, रात में शराब स्वयंसेवकों को कम पड़ रही हो तो भिजवा दी जायेगी, शांति बनाएं रखें टुर्र रहें लेकिन आन्दोलन जब तक चले ये स्विस A/C के आंकड़े बढ़ने नहीं चाहिए! भाई हमें भी तो जबाब देना पड़ता है , कहीं रिमोट कण्ट्रोल ने माँगा तो पूरी केबिनेट मेरे खिलाफ हो जायेगी! बाबा शहद खाते पीतें रहें ! स्कोतलेंद के द्वीप में उदघाटन के समय मुझे भी याद कर लेंगे मै प्रियंका बहन को साथ ले आउंगा!
ReplyDeleteभवदीय
चिडू
गृ. मं.
सोनिया सरकार
आप को किसी मनोचिकित्सक की आवश्यकता है दवे जी
ReplyDeleteआज चाहे हिन्दू हो या मुस्लिम नेता सभी भ्रष्ट राजनीती के शिकार है ये नेता तो अपने स्वार्थ के लिए देश को भी बेचने में नही हिचकेंगे वाह भाई वाह!!!
ReplyDeleteआप तो शतरंज के खिलाड़ी सॉरी ’अनशन के खिलाड़ी’ हैं:)
ReplyDeleteबहुत खूब ... मज़ा आ गया आपके व्यंग का ... लिखने का अंदाज़ लाजवाब है आपका ..
ReplyDelete