नमस्कार
आपको प्यारे इसलिये न लिखा कि मेरे स्वयंवर में भाग लेने के लिये आपका इस तरह खड़े हो जाना मुझे बिल्कुल अच्छा नही लगा। जरा सोच तो लेते कि आपके घर में मोदी जैसे जवान और योग्य वर होंते हुये इस उम्र में आप वानप्रस्थ आश्रम ग्रहण करना छोड़ युवाओं के साथ होड़ मे आ रहे हैं। और खड़े होने के पहले यह भी सोचते तो कि बाकी प्रतियोगी आपके बारे मे क्या क्या कहेंगे। ललुआ तो एक ही बात कहता है कि आप पाईपलाईने में रहोगे और मनीष तिवारी कहेगा कि आडवानी जी किस मुह से सत्ता सुंदरी के स्वयंवर मे आये हैं वे तो खुद भ्रष्टाचार की अनेकों सुदरियों से संबंधो मे लिप्त हैं। दिग्विजय सिंग आपके द्वारा लिखा सोनिया गांधी को माफ़ीनामा लहरायेंगे तो कपिल सिब्बल कांधार प्रकरण की याद दिलायेंगे।
और किस किस चीज की बाते होंगी क्या बताउं जिन्ना की मजार से लेकर संसद पर हमले तक। पर आप तो हमारी चाह में इस कदर अंधे हो चुके हैं कि बुढ़ापे में फ़जीहत करवाने पर तुले हैं। और कहां कहां जायेगें रथ से आपका कलेजा न कापेंगा, गुजरात से निकलते ही मध्यप्रदेश में अपने अपने मंत्रियों की करतूत देख पायेंगे और अफ़सरों द्वारा कत्ल करवाई गयी शेहला मसूद के घर जाने की हिम्मत तो आप शायद ही जुटा पायेंगे। हरियाणा मे भजनलाल से किया आपका गठजोड़ आपको मुंह चिढ़ायेगा और दिल्ली मे तो आप रहते ही हैं वहां आपको कौन मुंह लगायेगा। जब आपके घर का घेराव हुआ था क्या तब आपको समझ में नही आया कि आपकी अब देश मे क्या राजनैतिक हैसियत है। उत्तर प्रदेश के निवासी तो आपसे पहले ही बेजार हैं हां बिहार मे जरूर नीतिश बाबू की जयजयकार है।
बंगाल और उड़ीसा न ही जाये तो अच्छा होगा खाली फ़ोकट डीजल और दिल जलेगा। छ्त्तीसगढ़ में आके आप जार जार आसूं बहाते आदिवासियो से क्या रूबरू हो पायेंगे या भ्रष्ट नेता अफ़सर से मिलकर ही थ्रू हो जायेंगे। वहां चारॊ ओर नजर जरूर घुमा लीजियेगा कुछ ही दिनो मे आपकी पार्टी की करतूतों का भयंकर काला चिठ्ठा वहीं से सामने आने वाला है।
आंध्रप्रदेश जाईयेगा तो ओबलापुरम माईनिंग कंपनी वाले आपके लिये हेलिकाप्टर भिजवायेंगे और सीधे रेड्डी बंधुओं के पास बेल्लारी ले जायेंगे। बाकी तो क्या कहूं समय मिले तो वहां लोकायुक्त की रिपोर्ट जरूर पढ़ लीजियेगा और वही से सीधे वापस की ओर बढ़ लीजियेगा आगे जाना बेकार है, केरल में कुछ नही और तमिलनाडू मोदी जी के लिये बेकरार है। महाराष्ट्र में अपनी तरह पाईप लाईन में बैठे अपने प्रदेश के नेताओं से जरूर मिल लीजियेगा और कोई रिलायंस के गैस घोटाले की बात पूछे तो तुरंत निकल लीजियेगा। मन ज्यादा ही घबरा जाये तो गुजरात पहुंचियेगा और वहां सुशासन और इमानदारी की हवा में जरूर सांस लीजियेगा। फ़िर यह सोचियेगा कि मैने जो इतनी यात्रा की, उसके इंतजाम और भीड़ जुटाने के लिये खर्च किये गये पैसे आये कहां से हैं। क्या भ्रष्टाचार के पैसे से अभियान चला आप मुझे रिझा लेंगे आडवानी जी।
यह भी मैं भूली नहीं हूं कि अटल जी के बाद आपके ही नेतृत्व मे भाजपा का नैतिक पतन हुआ था और आगे आपका हाल बताउंगी तो सोनिया गांधी की तरह अब मुझसे भी आप माफ़ी मांगते नजर आयेंगे। अब मुझे ऐसा वर चाहिये जो कांग्रेसियों और उनके भ्रष्टाचार की हैवानियत सात समुंदर पार फ़ेंक आये और यह काम मोदी जी के अलावा और किसी से होने वाला नहीं हैं।
आपकी परायी
सत्ता सुंदरी
पुनःश्च - आपकी मेरे प्रति ललक और छटपटाहट को मद्दे नजर रखते हुये मैं जाते जाते आपको एक क्लू दे रहीं हूं। अगर फ़िर भी मेरे बिना आपसे रहना संभव न हो तो चुपचाप गाड़ी उठायें और भाजपा शासित राज्यों का गहन दौरा करें। बिना अपने चाटुकार मंत्रियों कार्यकर्ताओं को साथ लिये जनता से मिल, उनका हाल जाने और वहां हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ़ आवाज उठायें और दोषी मंत्री अफ़सरों को बर्खास्त करवायें। तब मैं आपकी असीम चाह को एक बार मौका दे सकती हू। सावधान इसके बिना अगर आपने मेरे स्वयंवर में भाग लेने की कोशिश करी तो सिवाय फ़जीहत और जगहंसाई के कुछ हाथ न आयेगा
आपको प्यारे इसलिये न लिखा कि मेरे स्वयंवर में भाग लेने के लिये आपका इस तरह खड़े हो जाना मुझे बिल्कुल अच्छा नही लगा। जरा सोच तो लेते कि आपके घर में मोदी जैसे जवान और योग्य वर होंते हुये इस उम्र में आप वानप्रस्थ आश्रम ग्रहण करना छोड़ युवाओं के साथ होड़ मे आ रहे हैं। और खड़े होने के पहले यह भी सोचते तो कि बाकी प्रतियोगी आपके बारे मे क्या क्या कहेंगे। ललुआ तो एक ही बात कहता है कि आप पाईपलाईने में रहोगे और मनीष तिवारी कहेगा कि आडवानी जी किस मुह से सत्ता सुंदरी के स्वयंवर मे आये हैं वे तो खुद भ्रष्टाचार की अनेकों सुदरियों से संबंधो मे लिप्त हैं। दिग्विजय सिंग आपके द्वारा लिखा सोनिया गांधी को माफ़ीनामा लहरायेंगे तो कपिल सिब्बल कांधार प्रकरण की याद दिलायेंगे।
और किस किस चीज की बाते होंगी क्या बताउं जिन्ना की मजार से लेकर संसद पर हमले तक। पर आप तो हमारी चाह में इस कदर अंधे हो चुके हैं कि बुढ़ापे में फ़जीहत करवाने पर तुले हैं। और कहां कहां जायेगें रथ से आपका कलेजा न कापेंगा, गुजरात से निकलते ही मध्यप्रदेश में अपने अपने मंत्रियों की करतूत देख पायेंगे और अफ़सरों द्वारा कत्ल करवाई गयी शेहला मसूद के घर जाने की हिम्मत तो आप शायद ही जुटा पायेंगे। हरियाणा मे भजनलाल से किया आपका गठजोड़ आपको मुंह चिढ़ायेगा और दिल्ली मे तो आप रहते ही हैं वहां आपको कौन मुंह लगायेगा। जब आपके घर का घेराव हुआ था क्या तब आपको समझ में नही आया कि आपकी अब देश मे क्या राजनैतिक हैसियत है। उत्तर प्रदेश के निवासी तो आपसे पहले ही बेजार हैं हां बिहार मे जरूर नीतिश बाबू की जयजयकार है।
बंगाल और उड़ीसा न ही जाये तो अच्छा होगा खाली फ़ोकट डीजल और दिल जलेगा। छ्त्तीसगढ़ में आके आप जार जार आसूं बहाते आदिवासियो से क्या रूबरू हो पायेंगे या भ्रष्ट नेता अफ़सर से मिलकर ही थ्रू हो जायेंगे। वहां चारॊ ओर नजर जरूर घुमा लीजियेगा कुछ ही दिनो मे आपकी पार्टी की करतूतों का भयंकर काला चिठ्ठा वहीं से सामने आने वाला है।
आंध्रप्रदेश जाईयेगा तो ओबलापुरम माईनिंग कंपनी वाले आपके लिये हेलिकाप्टर भिजवायेंगे और सीधे रेड्डी बंधुओं के पास बेल्लारी ले जायेंगे। बाकी तो क्या कहूं समय मिले तो वहां लोकायुक्त की रिपोर्ट जरूर पढ़ लीजियेगा और वही से सीधे वापस की ओर बढ़ लीजियेगा आगे जाना बेकार है, केरल में कुछ नही और तमिलनाडू मोदी जी के लिये बेकरार है। महाराष्ट्र में अपनी तरह पाईप लाईन में बैठे अपने प्रदेश के नेताओं से जरूर मिल लीजियेगा और कोई रिलायंस के गैस घोटाले की बात पूछे तो तुरंत निकल लीजियेगा। मन ज्यादा ही घबरा जाये तो गुजरात पहुंचियेगा और वहां सुशासन और इमानदारी की हवा में जरूर सांस लीजियेगा। फ़िर यह सोचियेगा कि मैने जो इतनी यात्रा की, उसके इंतजाम और भीड़ जुटाने के लिये खर्च किये गये पैसे आये कहां से हैं। क्या भ्रष्टाचार के पैसे से अभियान चला आप मुझे रिझा लेंगे आडवानी जी।
यह भी मैं भूली नहीं हूं कि अटल जी के बाद आपके ही नेतृत्व मे भाजपा का नैतिक पतन हुआ था और आगे आपका हाल बताउंगी तो सोनिया गांधी की तरह अब मुझसे भी आप माफ़ी मांगते नजर आयेंगे। अब मुझे ऐसा वर चाहिये जो कांग्रेसियों और उनके भ्रष्टाचार की हैवानियत सात समुंदर पार फ़ेंक आये और यह काम मोदी जी के अलावा और किसी से होने वाला नहीं हैं।
आपकी परायी
सत्ता सुंदरी
पुनःश्च - आपकी मेरे प्रति ललक और छटपटाहट को मद्दे नजर रखते हुये मैं जाते जाते आपको एक क्लू दे रहीं हूं। अगर फ़िर भी मेरे बिना आपसे रहना संभव न हो तो चुपचाप गाड़ी उठायें और भाजपा शासित राज्यों का गहन दौरा करें। बिना अपने चाटुकार मंत्रियों कार्यकर्ताओं को साथ लिये जनता से मिल, उनका हाल जाने और वहां हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ़ आवाज उठायें और दोषी मंत्री अफ़सरों को बर्खास्त करवायें। तब मैं आपकी असीम चाह को एक बार मौका दे सकती हू। सावधान इसके बिना अगर आपने मेरे स्वयंवर में भाग लेने की कोशिश करी तो सिवाय फ़जीहत और जगहंसाई के कुछ हाथ न आयेगा
देखी रचना ताज़ी ताज़ी --
ReplyDeleteभूल गया मैं कविताबाजी |
चर्चा मंच बढाए हिम्मत-- -
और जिता दे हारी बाजी |
लेखक-कवि पाठक आलोचक
आ जाओ अब राजी-राजी |
क्षमा करें टिपियायें आकर
छोड़-छाड़ अपनी नाराजी ||
http://charchamanch.blogspot.com/
mudde to hane hi chahiye varn election bemanee hai.
ReplyDelete.......pd bajpai
वाह ...बेहतरीन प्रस्तुति ।
ReplyDeleteअरे वाह!
ReplyDeleteयह अन्दर की बात बाहर कैसे आ गई!
उधर तो मम्मी जी हैं ये तो पूरे पप्पा जी भी नहीं बन पाए . ......बुढ़ापे की रथयात्रा (तीर्थयात्रा )में पता नहीं इनकी लाठी कौन है .
ReplyDeleteशुक्रवार-http://charchamanch.blogspot.com/
ReplyDeleteअच्छा। आडवाणी, भूल जाइये सब। और यह नीतीश की जय-जयकार हर जगह क्यों हो रही है?
ReplyDeleteBitter truth !
ReplyDeleteVery impressive presentation .