Monday, December 5, 2011

मनमोहन सिंग वालमार्ट वाले हाजिर हो

अदालत खचाखच भरी हुयी थी,  मनमोहन सिंग  के उपर वालमार्ट कंपनी को भारत बुला कालू किराना वाले का व्यवसाय चौपट करने का संगीन आरोप था। कालू किराना वाले की तरफ़ से बाबा रामू उर्फ़ भाजपाई वकील थे। और मनमोहन सिंग की तरफ़ से स्वयं दवे जी।   भगवा कोट पहने बाबा रामू बोले - " माई लार्ड, ये मुकदमा किसी एक आदमी का नही है। देश के लाखो करोड़ो गरीब किसानो का है, व्यापारियों का है।  ईस्ट इंडिया कंपनी ने इस देश को गुलाम बना लिया था। देश द्रोही ताकते आज वालमार्ट को लाने मे लगी है।

 हमने अपनी दलील दी- " माई लार्ड हमारे देश की कंपनिया भी दुसरे देशो में जाकर व्यापार कर रही है  ऐसे में हम किसी दूसरे देश की कंपनी को अपने यहा काम करने से कैसे रोक सकते हैं। हमारे मुवक्किल तो स्वयं जाने माने अर्थशास्त्री हैं सोच समझ कर ही काम करते हैं। बाबा रामू योग के गुरू है कि अर्थशास्त्र के , जब देखिये तब नया नया आरोप लगाते हैं।"

बाबा रामू खड़े हुये - " माई लार्ड मै ’बिकाउ’ माफ़ कीजियेगा,  काबिल वकील से पूछना चाहुंगा कि एक छोटी दुकान और वालमार्ट मे अंतर क्या है। वालमार्ट समान खुद बनवाता है और लाने ले जाने के लिये ट्रक भी खुद के रखता है, किसानो से सीधे माल लेता है। दवाई से लेकर दारू तक  सब एक ही छत के नीचे बेचता है।  वालमार्ट से मुकाबला करना किसी भारतीय दुकान वाले के औकात के बाहर होगा।   माई लार्ड यह भारत को बेरोजगार करने का कदम हैं।

हमने कहा - "माईलार्ड , मै ’भड़काउ’ माफ़ कीजियेगा, काबिल वकील  से पूछना चाहूंगा कि अगर भारत बेरोजगार हो जायेगा तो वालमार्ट माल बेचेगा किसको। आज भी थोक बाजार मे सब्जिया सस्ती मिलने के बावजूद, क्या लोग घर के सामने आये ठेले से माल नही लेते। माई लार्ड,  वाल मार्ट के आने से करोड़ो नयी नौकरियों का सृजन होगा, भारत में खुदरा बाजार में नयी तकनीक आयेगी और सामान की आसमान छूती कीमते मुह के बल नीचे गिर जायेगी। वालमार्ट का तो नारा ही सस्ता खरीदो सस्ता बेचो है। भारत मे किसान से उद्योग से पहले दलाल लेता है फ़िर वह माल होलसेलर को जाता है है फ़िर रिटेलर के पास जाता है। सब्जिया रखने के लिये कोल्ड स्टोर नही होने से बहुत सा माल खराब चला जाता है। बनाने वाले को दस रूपये मिलते हैं और खरीदने वाले को वह चीज पचास रूपये में पड़ती है। क्या हमारे देश की जनता महंगाई के बोझ से दबी रहे क्या सवा अरब लोगो को चीजे सस्ती पाने का अधिकार नही। "


बाबा रामू उछल कर खड़े हो गये - "माई लार्ड भारत में कोल्ड स्टोर नही है तो ये गलती कांग्रेस की है इतने सालो में क्यों नही बने।  सरकार खुद क्यो नही विपणन संघ बनाती, और चले इन कांग्रेसियों से नही होता तो क्यों नही भारत के उद्योगपति बड़े व्यापारी इस काम को करते, क्या जरूरत है विदेशियों की। पर नही इनको तो चंदा मिलना चाहिये बस देशी विदेशी से कोई फ़र्क नही पड़ता।  माई लार्ड, मैं आफ़ द रिकार्ड ये आरोप लगा रहा हूं कि जिन कांग्रेसियों की मम्मी ही विदेशी हो,  वो क्यों नही विदेशियो को मामा समझ कर बुलायेंगे।

हम विरोध में जोर से चिल्लाये - "माई लार्ड, ये लोग इतने साल सत्ता मे थे खुद कुछ क्यों नही किये। क्या हम मामाओं को बुलाते हैं का आरोप लगाने वाले ,जनता को मामू नही बनाते हैं। अरे करोड़ो भारतीय विदेश मे नौकरी कर रहे है धंधा कर रहे है, हम किसी बात पर अड़ जाये तो क्या उनको नही भगाया जा सकता कि भाई हम लोग स्वदेशी ही एलाउ करेंगे। माई लार्ड मै भी आफ़ द रिकार्ड आरोप लगाता हूं कि ये लोग गांधी जी का स्वदेशी चुराये, उस समय चश्मा भी चुरा लेते। तो इनको दिखता जनता महंगाई के बोझ से दबी हुयी है मुनाफ़ाखोर ऐश कर रहे हैं। और ये लोग बेकार मे जनहित के मामले मे क्षुद्र राजनीति कर रहे हैं।

बाबा रामू बोले - "माई लार्ड खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश  के दुष्परिणाम तो सोचिये।   वालमार्ट को विश्व के किसी भी भाग से कुछ भी आयात करने की छूट होगी। शराब से लेकर शर्बत तक, उसे पूरे विश्व में जहा सस्ता मिलेगा वहा से मंगायेगी। माई लार्ड पांच एकड़ खेत वाला कालू किसान किस तरह पांच हजार एकड़ वाले गोरे किसान से कीमतो में मुकाबिला कर पायेगा। हमारा उद्योग जगत भी हिल जायेगा, चीन की फ़ैट्रियों से माल खरीद खरीद कर भारत के बाजारो को पाट दिया जायेगा। माई लार्ड इस देश को गुलामी से और गरीबी से बचा लीजिये हुजूर वरना इतिहास आपको कभी माफ़ नही कर पायेगा।"


हमने खड़े होकर गंभीरता से कहा - " माई लार्ड , मै बाबा रामू की काबिलियत की दाद देना चांहूंगा। किस तरह इन्होने इस पूरे मामले को देश भक्ति से जोड़ कर,  इस केस  को संगीन बनाने की कोशिश की है।  बेस्ट प्राईस के नाम से पहले ही वालमार्ट देश में काम कर ही रहा है। जहा से होलसेल दर में व्यापारी माल खरीद रहे है।   रही बात उद्योगो की तो उन्हे मजबूरन होलसेल व्यापारियों को सस्ते दामो में माल बेचना पड़ता है।  ग्राहक को वही माल महंगा मिलता है।  भारत का पांच प्रतिशत व्यापारी वर्ग,  मुनाफ़ा कमाने के लिये मिलावट खोरी तक से बाज नही आता अनाज से लेकर दूध और सब्जियो के नाम पर हमें जहर दिया जाता है।   इतना सुनते ही जज साहब ने हामी मे सर हिलाया बोले- " मिलावट तो देश की सबसे बड़ी समस्या बन गयी है। खैर फ़िर भी अगर आप की सारी बाते सही हैं तो फ़िर काहे ये वकील साहब बाबा रामू और उनकी पार्टी इस का विरोध कर रहे हैं।"

हमने कहा - बाबा रामू की पार्टी है ही व्यापरियों की पार्टी, व्यापारियों के चंदे से ही न काम चलता है। और ये बाबा रामू तो निजी कारणॊ से मोटा मोटा तर्क दिये जा रहे हैं माई लार्ड। अब मुनाफ़ाखोर लोग ही न तेल घी खाकर चर्बी बढ़ाते है। हार्ट प्राब्लम, मोटापा, किडनी प्राब्लम ये लोगो को ही न होता है फ़िर महंगा महंगा टिकट कटा कर ये लोग ही न योगा सीखने जाते है। बात और भी है देखिये बाबा रामू गाय से गौ मूत्र लेते है। फ़िर वह जाता है होलसेलर के पास, वहा से रिटेलर के पास।  गाय द्वारा मुफ़्त मे दिया मूत्र, रोगी के पास पहुंचता है चार सौ  रूपये लीटर। अब  वालमार्ट सीधे गाय से लेगा, वहीं छान छून के पैक करके सीधे रोगी को खुद ही बेचेगा और रोगी को वह पड़ेगा बीस रूपये लीटर।

बाबा रामू उछल कर खड़े हो गये बोले - "माई लार्ड दवे जी उटपटांग तर्क देकर विदेशी लुटेरों को भारत मे लाना चाह रहे हैं।"हमने तड़ से कहा - "माई लार्ड ये बाबा रामू हर जगह उल्टा बात कहते हैं। अभी वालमार्ट नही है तो गला फ़ाड़ फ़ाड़ के कालाधन वापस लाओ का नारा लगा रहे हैं। अब वालमार्ट आ जायेगी तो कम से कम पता तो रहेगा कि पैसा विदेशी ले गया।  बाबा रामू कालाधन ले भी आयें तो पैसा सरकार के पास न रहेगा। खर्चा फ़िर नेता दलालों के जरिये न होगा। फ़िर छह महिने बाद बाबा रामू खड़े हो जायेंगे कि  कालाधन वापस लाओ। माई लार्ड मैं तो कहता हूं कि वालमार्ट आ जाने के बाद, कालाधन और महंगाई दोनो जड़ से गायब हो जायेंगे। अब ये नेता, व्यापारी धन तो बहुत है। पर करे क्या सब का सब काला है। रिटेल सेक्टर में निवेश के लिये वालमार्ट से सेटिंग कर वापस ला रहे है, तो ये बाबा रामू का पेट दुख रहा है।" 

माजरा समझ कर जज साहब ने तुरंत मुकदमा खारिज कर दिया। और बाबा को ताकीद की कि बाबा मार्टबना कर वे वालमार्ट का मुकाबला करें। 
Comments
6 Comments

6 comments:

  1. जय-जय मनी, इसकी कसर बाकि थी।

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  2. जबरदस्त प्रस्तुति |
    एक और धमाका |||

    आभार ||||

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  3. वालमार्ट आ जाने के बाद कालाधन और महंगाई दोनो जड़ से गायब हो जायेंगे....
    बहुत बढ़िया....
    सादर...

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  4. आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा कल मंगलवार के चर्चा मंच पर भी की गई है! अधिक से अधिक पाठक आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो
    चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।

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  5. वाह ...बहुत बढ़िया

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  6. मस्त लिखा है, लार्ड मन्नु बेटन सिंग तक खबर पहुंच गयी।

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