Thursday, March 17, 2011

शिव पार्वती और विकीलीक पर संसद मे हंगामा

                                            skyismycanvas.com   से साभार








लोकसभा चैनल पर हंगामा देख मां पार्वती ने सो रहे शिवजी को उठाया - सुनिये देखिये भारत मे क्या हो रहा है प्रभु भन्नाते हुये बोले अरे मेरी मां तुम क्यों दुखी हो रही हो । माता बोली खाली फ़ोकट मे भोग लगता रहे इनको जनता के दुखदर्द से कोई लेना देना नही है  | अच्छा भागवान रुको देखता हूं शांत हो जाओ कहकर प्रभ ने माजरा समझा फ़िर बोले अरे कुछ नही परमाणु बिल पास करने के समय जो लफ़ड़ा हुआ था न वही चल रहा हैं ।


 माता बोली अरे इतने साल बाद फ़िर हंगामा क्यूं । वो क्या है प्रिये कि विकीलीक्स ने राज फ़ाश किया है कि सांसद लोगो को खरीदा गया था । ये विकीलीक्स क्या है जी । भगवान भोलेनाथ  मन ही मन बोले हे भगवान किस लफ़ड़े मे फ़सां दिया मुझको कि अचानक उनको  ध्यान आया अरे भगवान तो मै ही हूं फ़िर उन्होने माता को समझाया - अमेरिका के अपने राजदूतो से होने वाले पत्रव्यहवार विकीलीक्स संस्था के पास पहुच गये हैं वो उन पत्रो को धीरे धीरे लीक कर रहा है । माता बोली अगर अमेरिका खंडन न करे तो इसका मतलब तो ये हुआ कि सही मे पैसे बाटे गये थे ।



आप इन कांग्रेसियो को तुरंत दंड दीजिये इनकी सरकार को बर्खास्त कीजिये प्रभू बोले ये नही हो सकता पहली बात उस पत्रव्यहवार को डिप्लोमेटिक इम्यूनिटी प्राप्त है । ये क्या होता है भगवन माता ने पूछा इसका मतलब है कि यदी कोई राजदूत भारत मे कोई जुर्म करता है तो उस पर मुकदमा नही चल सकता । माता ने कहा पर इस राजदूत ने तो कोई जुर्म नही किया केवल जुर्म की खबर दी है । प्रभू भड़क गये बहुत परेशान करती हो तुम हर चीज के पीछे पड़ जाती हो अब तुमको क्या मै अंतराष्ट्रीय राजनीती समझाउ दूसरा कारण सुनो

दूसरा कारण यह है कि ये घटना 14 लोक सभा की है अभी 15 लोकसभा चल रही है पुरानी बात इस लोकसभा मे नही की जा सकती । माता के मुंह से निकला वाह चोर तो चोर रहता है चाहे तीन साल बाद हो या दस साल बाद हसन अली ने पैसे क्या आज स्विस बैंक भेजे हैं जो उसको जेल भेज दिया है वो भी तो १० साल पुरानी घटना है । फ़िर बीच मे बोली जाओ अब मै तुमकॊ कारण नही बताउंगा प्रभु ने कहा । माता ने कहा प्राणो से प्यारे महादेव बात सुनो राईट टु इनफ़ारमेशन पतियो पर भी लागू होता है धोखे मे मत रहना हां । खिसियाए प्रभु ने कहा तीसरा और अंतिम कारण है कि ये जानकारी अदालत मे सबूत के तौर पर नही पेश की जा सकती ।

अब माता पूर्ण रूप से कुपित हो चुकी थी बोली अभी नारायण से कह कर आपका भगवान वाला स्टेटस खतम करवाती हूं गजब भगवान हो कुछ नही कर सकते खाली कारण गिनवा लॊ । शांत हो जाओ प्रिये क्रोध न करो देखो बिना कर्म किये मै कुछ कर भी तो नही सकता । जिस अदालत मे केस भेजूंगा वहा बात तो यही उठेगी फ़िर होगा क्या और ये विपक्ष भी एड़ी अलगा अलगा के भाषण देने के अलावा कुछ करता भी तो नही आडवानी इस्तीफ़ा भी मांग रहे हैं तो मारल ग्रांउड पे अब भारत की राजनीती मे मारल है कहां जो कोई इस्तीफ़ा दे ।


माता का क्रोध अब तक शांत न हुआ देख महादेव बोले एक काम मै कर सकता हूं । उस घटना के दौरान हुये सारे फ़ोन काल की सी डी मै तुहे दे देता हूं जाओ विपक्ष को दे आओ शायद काम बन जाये । माता के जाते ही नंदी बोला प्रभु आपने ये क्या कर दिया इसमे तो आपके कई भक्त लपेटे मे आ जायेंगे अमर सिंग तो अंदर ही समझो । प्रभु ने कहा अरे बेटा मैने भी कच्ची गोलिया नही खेली हैं  कल ही सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आया है फ़ोन टेपिंग को पुख्ता सबूत नही माना जा सकता । इतना कह कर प्रभु चैन की नींद सोने चले गये ।


Comments
4 Comments

4 comments:

  1. @अरे बेटा मैने भी कच्ची गोलिया नही खेली हैं कल ही सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आया है फ़ोन टेपिंग को पुख्ता सबूत नही माना जा सकता।

    सारा मामला यहीं निपट गया।
    हा हा हा! जय भोले बाबा

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  2. अब भारत की राजनीती मे मारल है कहां जो कोई इस्तीफ़ा दे ।....

    sahi bat hai, moral hota to koi bikata hi kaise

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  3. अच्छे अंदाज़ से आपने पूरी बात समझा दी है. बहुत अच्छा लिखा है.

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