Friday, June 3, 2011

बाबा मेरे बाबा दिल मे समा जा




सुबह सवेरे नुक्कड़ पर भाई दीपक भाजपाई पूर्ण श्रद्धा से रामदेव बाबा की फ़ोटो के सामने गाना गा रहे थे "बाबा मेरे बाबा दिल मे समा जा " वाला चारो ओर भीड़ लग गयी  लोग काना फ़ूसी करने लगे । इतने मे भाई सोहन शर्मा उर्फ़ कांग्रेसी पधारे और डाईरेक्ट कमेंट कर दिया भाई दीपक ये तुम्हारे बाबा के पास पैसा कहां से आता है इतना शाही सत्याग्रह तो इतिहास मे कभी नही हुआ कूलर एसी पंखे ढाई लाख फ़ीट का पंडाल दीपक जी बाबा को इस सत्याग्रह मे काले धन का इस्तेमाल करने पर जवाब तो देना ही होगा ।

इतना सुनते ही दीपक जी भड़क गये तूतूमैमै होने लगी मै आराम से बैठा चाय पी ही रहा था कि मेरे अंदर का सोया हुआ भारतीय जाग उठा । बोला बंद करो ये बकवास पैसा कहा से आया पूछते हो सोहन बाबू  बाबा रामदेव इतने सालो से देश भर मे घूम घूम कर  लोगो को योगा सिखा रहे थे दवायें बेच रहे थे । आपकी नजर न पड़ी हर साल रिटर्न भरता रहा  संपत्ती एक हजार करोड़ पहुंच गयी तो आपका पेट दुखने लगा। पूछते हो पैसा कहां से आया कहते हो योगा और दवाई बेच कर लोगो को लूटता है तुममे दम था तो खुद भी योगा सिखाते दवाई बेचते देश को वैसे ही लूट रहे हो दवाई बेच के लूटते । पर नही तुमको तो मुफ़्तखोरी की आदत पड़ी है टेलीकाम का घोटाला पकड़ा गया तो कहते हो राजा खा गया । तुम्हारे जैसे लंपटो की नाक के नीचे बिना नजर आये कोई खा सकता था भला अपना हिस्सा लिया ही होगा । और उससे नही लिया होगा तो इसलिये कि द्रमुक से बीस गुना मंत्रालय तुम्हारे पास थे राजा दो लाख करोड़ खाया तो तुमने निश्चित चालीस लाख करोड़ खाये होंगे नही खाने का सवाल ही नही उठता । और बाबा तो टीवी पर सबके सामने चंदा ले रहे थे कल तुम लोग कब दिखे हो सबके सामने चंदा लेते बाबा योग शिविर के टिकट बेचते हैं तो उनका ट्रस्ट चलता है । तुम लोग क्या बेचते हो देश को वंशजो की धरोहर खनिज संपदाओ को  कैसे चलती है तुम्हारी पार्टी । कैसे होते हैं सम्मेलन पूरे का पूरा पंडाल ही एसी होता है तुम्हारे यहां ।

इतना सुनते ही दीपक भाजपाई खुशी से उछल पड़े बोले वाह दवे जी क्या बात कही मान गये मै फ़िर भड़का दूर हटॊ भाजपाई बाबा का आंदोलन फ़ेल होगा तो तुम लोगो के कारण बाबा के आंदोलन मे हिंदू राष्ट्रवाद घुसा रहे हो अपने दुमछ्ल्लो को आंदोलनकारियो मे बैठा रहे हो । याद रखो ये आंदोलन खुद बाबा का भी नही है यह आंदोलन तुम दोनो के कुकर्मो से पीड़ित जनता के क्रोध का है । जिस क्षण इसे धर्म जात जैसे वर्गो मे बाट दोगे यह आंदोलन फ़ेल हो जायेगा । और तुम किस मुह से इस आंदोलन का समर्थन करोगे तुम्हारी पार्टी भ्रष्टाचार नही कर रही तुम्हारा कौन सा नेता अरबपती नही बना । क्यों बाबा आडवानी को सोनिया गांधी से माफ़ी मांगनी पड़ी स्विस बैंक के मुद्दे पर क्योंकि तुम लोगो के खुद के दामन पाक साफ़ नही है ।  आप दोनो एक ही लेवल के भ्रष्टाचारी हो दोनो ही को बीच चौराहे पर खड़ा कर पीटना चाहिये मेरा इतना कहना था कि नुक्कड़ की भीड़ दोनो को मारने पर उतारू हो गयी ।

अब मेरे अंदर का भारतीय सो गया और मै जागा बड़ी मुश्किल से दोनो को भीड़ बचाया दीपक के लिये दलील दी भाई के अटल जी वाली मर चुकी भाजपा से प्यार करते हैं जिंदा भाजपा (कांग्रेसवादी) से नही । सोहन जी के लिये तर्क दिया ये भी गांधी वाली कांग्रेस से लगाव रखते है कांग्रेस आई (इनकमवादी) से नही । भीड़ तो शांत हो गयी पर उसके छटते ही दोनो मुझ पर भड़क गये आपस मे राय की बोले ये लेखक तो खतरनाक होते जा रहा है और इसके काटे का कोई इंजेक्शन भी नही बना सीधे राम नाम सत्य हो जायेगा हम लोगो का। चलो इसको वैसे ही पीटते है जैसे सच्चाई लिखने वाले पत्रकारो को मारा जाता है । वो तो खुदा का लाख लाख शुक्र था (अब मुसलमान को तो अल्लाह ने ही भेजा होगा न) कि आसिफ़ भाई आ गये बड़ी मुश्किल से मेरी गारंटी ले मुझे छुड़ाया अलग ले जाकर बोले यार दवे जी हिंदू ही काहे नही बने रहते खामखा भारतीय बन जाते हो ।
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10 Comments

10 comments:

  1. हिंदू ही काहे नही बने रहते खामखा भारतीय बन जाते हो ।
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    बहुत बढ़िया!

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  2. बाबा जी ही देश का कल्याण करेंगें यह तो तय है। चाहे नु्क्कड़ पर कितने ही गाल बजाओ। वैसे आधुनिक सुविधाओं का लाभ बाबा लोगों को उठाना चाहिए। रामलीला मैदान में भीषण गर्मी में हिमालय जैसा वातावरण बनाना भी आवश्यक है।

    जय बाबा जी की।

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  3. अरुणेश भाई, मज़ा आ गया पढकर... तीखी बातें भी इतनी सहजता से कह देना... वाह.... आभार....
    ..... आप सोनो एक ही लेवल के भ्रष्टाचारी हो.... आप सोनो की जगह शायद “आप दोनों” होना था....!!
    सादर...

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  4. bahut saarthak lekh badhai aapko.



    please visit my blog .thanks

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  5. बहुत सार्थक लेख....
    बाबा राम देव का आन्दोलन वास्तव मे भ्रष्टाचार से पीडित और अभावों मे जूझती आम जनता और राष्ट्र को बचाने के लिए ही है , अब यदि इसमे यदि किसी भी राजनैतिक पार्टी के नेता घुसेंगे तो आन्दोलन का पवित्र उद्देश्य अवश्य दूषित हो जाएगा |

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  6. देश के हालात पे अच्छी कही (टिपण्णी ).आभार .

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  7. हिन्दुओं को लांक्षित भी किया जाता है कई बार. इस पर भी आपके विचार वांछनीय हैं..

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  8. desh ka kalayan karega ki apna yeh agami kuchh dino me dikh jayega

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